लंबे समय तक तनाव और चिंता में रहने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और शरीर के सभी अंगों पर कुछ न कुछ नकारात्मक प्रभाव पड़ता है , चाहें वो मानसिक हो या शारीरिक । शारीरिक रूप से ज्यादा तनाव लेने से पेट के आस पास चर्बी जमा होने लगती है जिसे आज कल stress belly भी कहा जाता जाता है ।  

इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि तनाव और स्ट्रेस हार्मोन आपके पेट को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।

और पढ़ें - (तनाव)

 
  1. स्ट्रेस बेली क्या है
  2. त्वचा के नीचे की चर्बी
  3. आंत की चर्बी
  4. आंत की चर्बी के कारण होने वाली स्वास्थ समस्याएँ
  5. पेट की चर्बी कम करने का इलाज
  6. चर्बी कम करने के लिए तनाव कम करें
  7. चर्बी कम करने के लिए हर दिन व्यायाम करें
  8. चर्बी कम करने के लिए अच्छा भोजन खाएँ
  9. चर्बी कम करने के लिए अच्छी नींद लें
  10. चर्बी कम करने के लिए धूम्रपान छोड़ें
  11. डॉक्टर से कब मिलें
  12. सारांश

स्ट्रेस बेली पेट पर जमा होने वाली अतिरिक्त चर्बी है जो क्रोनिक या लंबे समय तक तनाव में रहने के कारण जमा हो जाती है। कई बार लोग वजन कम करने की बहुत कोशिश करते हैं उस के बाद भी वो अपने पेट के आस पास ज्यादा अंतर नहीं देख पाते क्यूंकी पेट पर चर्बी जमा होने का एक और अन्य कारण तनाव भी होता है , ऐसा इसलिए है क्योंकि वे लोग उन हार्मोनों का इलाज नहीं कर रहे हैं जो इस समस्या की जड़ हैं।

हम सब जानते हैं कि हमारे शरीर में कोर्टिसोल एक महत्वपूर्ण हार्मोन है। यह अन्य चीजों के अलावा रक्त शर्करा और चयापचय को नियंत्रित करने में मदद करता है। एड्रेनालाईन जैसे अन्य हार्मोनों के साथ, कोर्टिसोल शरीर को ऊर्जा और ताकत देने में लाभकारी है ।

लेकिन लंबे समय तक तनाव में रहने से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर दोनों बढ़ सकती हैं और अच्छे हॉर्मोन्स पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है और यह अच्छा नहीं है।

2018 में किए गए के एक अध्ययन के अनुसार, बहुत लंबे समय तक कोर्टिसोल का ऊंचा स्तर पेट के आस पास चर्बी जमा होने का बड़ा कारण है ।  काम समय तक होने वाले तनाव से उल्टी और दस्त जैसी पेट संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं इसके अलावा चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (आईबीएस) दीर्घकालिक तनाव का परिणाम है। 

मोटापा बढ़ने के साथ स्वास्थ की बहुत सी परेशानियाँ बढ़ जाती हैं , लेकिन पेट का मोटापा अन्य बीमारियों और मृत्यु दर के लिए एक बड़ा जोखिम कारक हो सकता है। पेट की चर्बी दो प्रकार की होती है: चमड़े के नीचे की चर्बी और आंत की चर्बी।

और पढ़ें - (तनाव दूर करने के घरेलू उपाय)

तनाव को दूर करने के लिए माई उपचार का Manamrit Brahmi Tablets ट्राइ करे

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Manamrit Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को तनाव, चिंता और अनिद्रा जैसी समस्याओं में सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Brahmi Tablets
₹896  ₹999  10% छूट
खरीदें

चमड़े के नीचे की चर्बी त्वचा के ठीक नीचे होती है। पेट की त्वचा के नीचे जमा होने वाली चर्बी शरीर मे कहीं भी दिखने वाली चर्बी से ज्यादा खतरनाक होती है क्यूंकी चपेट की त्वचा  के नीचे की वसा कुछ सहायक हार्मोन उत्पन्न करती है, जिनमें शामिल हैं:

  • लेप्टिन, जो भूख को दबाने और संग्रहित वसा को जलाने में मदद करता है
  • एडिपोनेक्टिन, जो वसा और शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है

और पढ़ें - (तनाव दूर करने के लिए क्या खाएं )

उचित वजन प्रबंधन के लिए Medarodh Fat Burner Tablets लें 
myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Medarodh Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को वजन कम करने के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Weight Control Tablets
₹899  ₹999  10% छूट
खरीदें

आंत की चर्बी लीवर, आंतों और पेट की दीवार के नीचे अन्य आंतरिक अंगों के आसपास पाई जाती है। कुछ वसा ओमेंटम में जमा हो जाती है, जो मांसपेशियों के नीचे ऊतक का एक फ्लैप है, जो अधिक चर्बी जमा होने के कारण और मोटा हो जाता है। 

आंत की चर्बी में , त्वचा की नीचे की चर्बी की तुलना में अधिक साइटोकिन्स होते हैं। ये प्रोटीन सूजन का कारण बन सकते हैं, जिससे पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

 

हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, आंत की चर्बी आपके जोखिम को बढ़ा सकती है:

और पढ़ें - (तनाव के चलते अनिद्रा से निपटने के तरीके )

 

ज्यादातर आनुवंशिकी इस बात पर प्रभाव डालती है कि शरीर में वसा कहाँ संग्रहीत होता है। हार्मोन और उम्र भी इस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं । रजोनिवृत्ति के बाद, जब एस्ट्रोजन का स्तर गिरता है, तो महिलाओं की आंत में वसा अधिक बढ़ जाता है ।

फिर भी, पेट की चर्बी कम करने के लिए कुछ उपाय किये जा सकते हैं।

सबसे पहले, किसी भी तरह की पेट की चर्बी कम करने के लिए कोई भी दवा लेने से बचें या आयुर्वेदिक दवाइयाँ ही लें क्योंकि इसका कोई त्वरित समाधान नहीं है। धीमी, स्थिर मानसिकता के साथ स्वस्थ जीवनशैली अपना कर ही सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं ।  उच्च विकल्प है जैसे- 

 

हम सभी को कोई न कोइ तनाव है और इसे अचानक से एक दिन में ही ख़त्म करने का कोई तरीका नहीं है, लेकिन तनाव को कम करने और प्रबंधित करने के तरीके हैं:

अपने लिए भी कुछ समय निकाल कर अपना ओई पसंदीदा काम करें । संगीत सुनें , अपनी पसंद की किताब पढ़ें , आराम करें । वह काम करें जिससे आपको शांति और संतुष्टि महसूस हो, भले ही वह केवल कुछ मिनटों के लिए ही क्यों न हो। ध्यान भी इस में बहुत सहायक हो सकता है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि ध्यान मनोवैज्ञानिक तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। लोगों से मिलन जुलना दिमाग को तनाव से दूर रखने में मदद कर सकता है।

और पढ़ें - (तनाव के लिए योग )

 

मूड को ठीक करना व्यायाम के कई फ़ायदों मे से एक है। रोज व्यायाम करना आंत की चर्बी कम करने में मदद कर सकता है, भले ही यह वजन कम करने में मदद न करे।

पूरे दिन ऐक्टिव रहने का प्रयास करें । बैठने के बजाय खड़े रहें , लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करें

 

शोध से पता चलता है कि विटामिन बी तनाव को दूर करने में मदद कर सकता है, इसलिए अपने आहार में हरे, पत्तेदार सब्जियां, एवोकाडो और केले को शामिल करने का प्रयास करें। मछली और चिकन भी अच्छे विकल्प हैं। संतुलित आहार खाने का प्रयास करें। संतुलित आहार में भरपूर मात्रा में फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज शामिल होना चाहिए। स्वस्थ वजन तक पहुँचने या उसे बनाए रखने के लिए कुल कैलोरी कम करने का प्रयास करें और तला भुना खाना , शराब और अन्य नुकसानदायक चीजों से बचने का प्रयास करें।  

और पढ़ें - (तनाव कैसे करता है शरीर को प्रभावित)

वजन को नियंत्रित करने के लिए आज़माएँ - Medarodh Garcinia Juice by myUpchar Ayurveda
Weight Loss Juice
₹539  ₹599  10% छूट
खरीदें

शोध से पता चलता है कि 18 से 65 वर्ष की आयु के वयस्क जो 6 घंटे से कम या 9 घंटे से अधिक की नींद लेते हैं उनमें आंत की वसा अधिक विकसित होती है। शोध से पता चलता है कि अधिकांश वयस्कों को प्रत्येक रात 7 से 9 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है।

 

अध्ययनों से पता चलता है कि सिगरेट पीने से पेट के मोटापे का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान करने का समय बढ़ाने से आपके पेट में वसा जमा होने की संभावना अधिक हो जाती है। शराब का सेवन संयमित ढंग से करें।  

 

यदि आपके पेट पर थोड़ी चर्बी है तो डॉक्टर से मिलने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन 

यदि आप दीर्घकालिक तनाव के प्रभाव महसूस कर रहे हैं, तो अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ अपॉइंटमेंट लें, या अगर नीचे दिए गए लक्षण दिखें तो भी अपने डॉक्टर से बात करें- 

 

  • चिंता या अवसाद

  • थकान

  • सोने में कठिनाई

  • तेजी से बढ़ता पेट का वजन

  • बार-बार गैस बनना, सूजन, या अन्य पाचन संबंधी समस्याएं

और पढ़ें - (मोटापे के लक्षण, कारण, इलाज, दवा)

 

लंबे समय तक तनाव में रहने से स्ट्रेस बेली के साथ ही अन्य समस्याएँ भी हो सकती हैं।   

हालाँकि आनुवंशिकी के बारे में कुछ नहीं कर सकते, लेकिन तनाव को रोकने, प्रबंधित करने और इलाज करने में मदद करने के तरीके मौजूद हैं। जिन्हे अपना कर आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं और एक अच्छा जीवन जी सकते हैं।  

 

ऐप पर पढ़ें